व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहने की अनुमति बाबत प्रार्थना
हिंदी में अनुदित -
माननीय सर्वोच्च न्यायलय के समक्ष में
नई दिल्ली
W. P. C. No. _________ of 2017
माँगीलाल कजोडिया याची
विरूद्ध
भारत सरकार और अन्य प्रतिवादीगण
भारत सरकार और अन्य प्रतिवादीगण
इस माननीय न्यायालय के समक्ष अपना प्रकरण स्वयं प्रस्तुत करने हेतु आवेदन सिविल प्रक्रिया सहिंता की धारा 151 के तहत प्रस्तुत
प्रति,
माननीय मुख्य न्यायाधीश महोदय; एवं
साथी न्यायाधीशगण
माननीय भारत का सर्वोच्च न्यायालय
विनम्र याचिका कर्ता अत्यंत सम्मान के साथ प्रस्तुत करता है -
1. यह कि याचिकाकर्ता भारतीय संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत संलग्नकों के साथ याचिका प्रस्तुत कर रहा है. याचिका और उसके संलग्नकों की अंतर्वस्तु इस आवेदन के भाग है और संक्षिप्तता के लिए उनकी पुनरावृत्ति नहीं की गई है.
2. यह कि याचिकाकर्ता आर्थिक कठिनाइयों से पीड़ित है इसलिए अधिवक्ता की सेवा लेने में असमर्थ है और उसके पास अपना प्रकरण स्वयं प्रस्तुत करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
3. इसलिए इस माननीय न्यायालय के समक्ष विनम्र याचिकाकर्ता प्रार्थना करता है कि उसे अपना प्रकरण इस माननीय न्यायालय के समक्ष स्वयं प्रस्तुत करने की अनुमति प्रदान की जावे .
याचिकाकर्ता को इस माननीय न्यायालय के समक्ष अपना प्रकरण स्वयं प्रस्तुत करने की अनुमति प्रदान की जावे .
नई दिल्ली हस्ताक्षर
मई , 2017 (मांगीलाल कजोडिया )
याचिकाकर्ता व्यक्तिशः
प्रति,
माननीय मुख्य न्यायाधीश महोदय; एवं
साथी न्यायाधीशगण
माननीय भारत का सर्वोच्च न्यायालय
विनम्र याचिका कर्ता अत्यंत सम्मान के साथ प्रस्तुत करता है -
1. यह कि याचिकाकर्ता भारतीय संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत संलग्नकों के साथ याचिका प्रस्तुत कर रहा है. याचिका और उसके संलग्नकों की अंतर्वस्तु इस आवेदन के भाग है और संक्षिप्तता के लिए उनकी पुनरावृत्ति नहीं की गई है.
2. यह कि याचिकाकर्ता आर्थिक कठिनाइयों से पीड़ित है इसलिए अधिवक्ता की सेवा लेने में असमर्थ है और उसके पास अपना प्रकरण स्वयं प्रस्तुत करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
3. इसलिए इस माननीय न्यायालय के समक्ष विनम्र याचिकाकर्ता प्रार्थना करता है कि उसे अपना प्रकरण इस माननीय न्यायालय के समक्ष स्वयं प्रस्तुत करने की अनुमति प्रदान की जावे .
प्रार्थना
याचिकाकर्ता को इस माननीय न्यायालय के समक्ष अपना प्रकरण स्वयं प्रस्तुत करने की अनुमति प्रदान की जावे .
मई , 2017 (मांगीलाल कजोडिया )
याचिकाकर्ता व्यक्तिशः
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